Tuesday, November 18, 2008

एहसास


तुम्हारे आने पे ये एहसास हुआ है
की हमको तुमसे प्यार हुआ है
ये अरमान दिल में पहली बार हुआ है
थाम लो हाथ अब मेरा, ऐसा दिल बेकरार हुआ है
शिद्दत से तुम्हारा इंतज़ार हुआ है
बीत जाए तुम्हारे संग, दूर रहना तुमसे अब दुश्वार हुआ है
मोहब्बत बहुत सच्ची है यह तुमसे यकीन हुआ है
ख़ूबसूरत ज़िन्दगी का नज़ारा तुम्ही से हुआ है
प्यार का मौसम सारी ओर छाया हुआ है
जैसे हर पल खुशियों से भरा हुआ है
फरिश्तों का जिक्र कहानियों में सुना हुआ है
तुमसे मिलकर फरिश्तों का दीदार हुआ है
प्यार के अमन ओ चैन में कबीर खोया हुआ है
अब तुम्हे पाने को दिल बेताब हुआ है

No comments: